name='verify-cj'/> चलते चलते: रक्तदान और हिन्दी ब्लॉगजगत

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Friday, 4 April 2008

रक्तदान और हिन्दी ब्लॉगजगत


हमारे देश मे हर दिन हज़ारों लोंग वक़्त पर खून ना मिल पाने के कारण काल के गाल मे समा जाते हैं. आप सोच रहे होंगे आज तो विश्व रक्तदान दिवस नही है,फिर मैं इस मुद्दे पर बात क्यूँ कर रहा हूँ. आज एक मित्र के लिए रक्तदान करने अस्पताल जाना हुआ. मैने अपना फ़र्ज़ समझा और रक्तदान किया. इसी आपाधापी में मैने इमरजेंसी वार्ड मे एक परिवार को रोते देखा. पूछताछ करने पर मालूम हुआ की की मरीज़ की हालत बेहद खराब है और खून की सख़्त ज़रूरत है. मुझे लगा की कुछ करना चाहिए पर क्या समझ नही आ रहा था. मैने तुरंत ही रक़्तदान किया था और फिर से करना संभव नही था. इसी उधेड़बुन मे था की तीन लड़के वाहा आए और उन्होने कुछ पूछताछ की और कहा की वो कोशिश करते हैं. एक घंटे के अंदर तीन डोनर अस्पताल आ गये. मैने जा कर उन लड़कों से बात की और पूछा की क्या वो किसी संस्था से जुड़े हुए हैं? उन्होनें कहा किसी एनजीओ से तो नही पर कोंकणी साहित्य और नाटक के प्रचार प्रसार के लिए कुछ १०० लोंगो का उनका एक ग्रूप है. उन्होने सब सदस्यों को फोन किया और डोनर आसानी से मिल गये.मैने सोचा की काश मैं भी किसी ग्रुप से जुड़ा होता तो कुछ मदद की जा सकती थी. किसी और मुद्दे पर जब मैने पोस्ट लिखने की सोची तो दिमाग़ मे ज़ोर से घंटी बज़ी की मैं भी तो तो हिन्दी ब्लॉग जगत से जुड़ा हुआ हूँ. हमारे इस परिवार के सदस्य देश के कोने कोने मे हैं. मेरा एक सुझाव है की अगर हम सब अपने ब्लॉग मे परिचय के साथ साथ अपना रक्त समूह भी लिख दें तो ये एक नेक काम होगा. हिन्दी ब्लॉग जगत की चर्चा आज तक कई विवादो के कारण होती रही है. अगर हम एक डेटाबेस बना पाएँ तो ये एक उदाहरण होगा.ये मेरा निजी विचार है और शायद हर कोई सहमत ना हो पर कोशिश करने क्या हर्ज़ है. रवि रतलामी, चिट्ठाजगत और ब्लॉगवानी के संचालकों से मेरी अपील हैकी वो देंखे की ये डेटाबेस कैसे और कहाँ बनाया जा सकता है.

9 comments:

Neeraj Rohilla said...

बहुत अच्छा विचार है ।
आम तौर पर उस शहर के कालेज के होस्टल्स/मैस इत्यादि में खबर पंहुच जाये तो डोनर आसानी से मिल जाते हैं । मुझे याद है भारतीय विज्ञान संस्थान में हमारी मैस में ऐसे नोटिस आते रहते थे और विद्यार्थी भी खून देने जाते थे ।

राजीव जैन said...

गुड आइडिया

कोशिश कीजिए
आप खुद भी बना सकते हैं

मैं आपके साथ

अनूप शुक्ल said...

सुन्दर प्रस्ताव है।

vikas pandey said...

नीरज जी, राजीव जी और अनूप जी आप तीनो के मेरे इस प्रयास में साथ आने के लिए धन्यवाद. फिलहाल तो मेरी इतनी सी अपील है की आप सब अपने परिचय मे अपना रक्त समूह ज़रूर लिखें. जो भी ये पोस्ट पढ़े उनसे मेरी गुज़ारिश है की
साथी ब्लॉगर्स तक ये बात ज़रूर पहुचाएँ. देखते हैं ये प्रयास कहाँ तक सफ़ल होता है. उम्मीद है हम कुछ नेक कम ज़रूर कर पाएँगे.

Pramendra Pratap Singh said...

आपका प्रयास सराहनीय है बधाई। आपका यह काम निश्चित रूप से लोगों को प्रेरणा देगा। मैने में आपने 21 वर्षीय जीवन वर्तमान जीवनकाल में 2 बार रक्‍त दान किया है। पहली बार अपने वि‍श्‍वविद्यलय में आयोजित सिविर में किया था, दूसरी बार करीब 6 माह पहले, आपने आज बहुत ही नेक काम किया है बधाई।

राज भाटिय़ा said...

बहुत खुब ओर एक अच्छा कार्य हे, ओर आप को बधाई हो,

Sanjay Tiwari said...

मैं एक बार आरएमल अस्पताल में खून देने पहुंचा था तो डाक्टर ने यह कहते हुए वापस कर दिया कि तुम्हें तो खुद खून चढ़ाने की जरूरत है तुम क्या रक्तदान करोगे?

इसलिए मैं तो केवल शुभेच्छा ही दे सकता हूं.

Anonymous said...

यह भी देखियेगा http://www.indianblooddonors.com/

आप यहां रक्तदान अथवा रक्त प्राप्त करने हेतु पंजीयन करा सकते हैं।

Anonymous said...

My blood group is B+. Count me in with you.

Sana